उपन्यास >> वाया मीडिया वाया मीडियागीताश्री
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"सत्ता, समाज और मीडिया के बीच… एक औरत की खोज अपनी आवाज़ की।"
कथाकार गीताश्री की उपन्यास त्रयी। तीन दशकों में फैली महिला पत्रकारों की रोमांचक दास्तान… ‘‘वाया मीडिया’’ उपन्यास त्रयी तीन दशकों में बँटी है –
- 1990 से 2000 (पहला खण्ड)
- 2000 से 2010 (दूसरा खण्ड)
- 2010 से 2020 (तीसरा खंड)
इन काल खंडों में उपनिवेश, मंडल कमीशन, नये रोजगार, नयी सरकार, नया सोशल मीडिया, नयी जीवनशैली, बदलते परिवार, बदलती महिला और उसके रिश्ते, फ़िर बेरोज़गारी, तेज़ी से बदलता भारत और उससे भी ज़्यादा तेज़ी से बदलती महिलाओं की न्यूज़ रूम में परिस्तिथ – यह सभी उपन्यास के कैनवास का हिस्सा हैं।
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